कहानी में 10 चैप्टर हैं, जिनमें से एक में रचित की जिंदगी का गहराई से विवरण दिया गया है। बाकी चैप्टरों में यह समझने की कोशिश की गई है कि संघर्ष से बाहर कैसे निकला जा सकता है और इनसे उत्पन्न तनाव और मानसिक उत्पीड़न को कैसे पार किया जा सकता है। अंत में, चैप्टर 10 में यह गहराई से चर्चा की गई है कि 'जीवन को पुनः कैसे शुरू करें।'
इस कहानी में दो मान्यताओं को मजबूती से माना गया है:
"संघर्ष खत्म होता ही है।"
"फिर से सामान्य जिंदगी जीना संभव है।"
हालांकि, संघर्ष पूरा करने के बाद सामान्य जीवन में ढलना कहीं अधिक कठिन होता है, लेकिन इसकी चर्चा अक्सर नहीं होती।
कहानी का उद्देश्य अपने सपनों का उपयोग कर अपनी समस्याओं को हल करने और अंततः उन्हें पूरा करने के अनुभव साझा करना है। साथ ही, परिवार में बैड-टच (बुरे स्पर्श) की गंभीरता को समझाना है, किस तरह से यह बुराई पीढ़ियों तक असर करती है |
पारिवारिक मुश्किल परिस्थितियाँ—जैसे माता-पिता का अपनत्व नहीं होना, बुरे-स्पर्श की समस्या, या बहनों का साथ न मिलना—बच्चों के लिए कितनी कठिन हो सकती हैं। अगर बच्चे इन परिस्थितियों को अपने साथ लेकर चलते रहें, तो उनके परिणाम कितने गंभीर हो सकते हैं।
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